IDEALSTOCK|पिछले दिनों की भारी गिरावट के बाद एग्री कमोडिटी में शानदार रिकवरी लौटी है। वायदा में कैस्टर 1 महीने और जीरा 2 महीने के निचले स्तर से संभल गए हैं। हल्दी का भाव करीब 3 फीसदी उछल गया है। वहीं ग्वार में भी 2 से 4 महीने के निचले स्तर से 1.5 फीसदी की बढ़त पर कारोबार हो रहा है। सोयाबीन और खाने के तेलों में भी मजबूती है।
नान-एग्री में सबसे पहले बात करते हैं रुपये की जहां आज भी रिकवरी है। डॉलर की कीमत 69.70 रुपये के नीचे आ गई है। रुपया तीन महीने की ऊंचाई पर है। पिछले 1.5 महीने में रुपया करीब 6.5 फीसदी मजबूत हो गया है।
अब बात सोने और चांदी की जिसपर मजबूत रुपये की बड़ी मार पड़ी है। ग्लोबल मार्केट में सोना मजबूत है लेकिन घरेलू बाजार में इसका दाम पिछले 3 महीने के निचले स्तर पर आ गया है। वहीं चांदी में 16 महीने के निचले स्तर पर कारोबार हो रहा है। आज जी20 की बैठक है और अगले हफ्ते अमेरिका में नॉन फार्म पेरोल डाटा जारी होगा साथ ही दिसंबर में अमेरिका में ब्याज दरें भी बढ़ेंगी।
बात अब उस कमोडिटी की जिसकी वजह से रुपया संभला है और घरेलू बाजार में सोना-चांदी सस्ते हुए हैं। यहां बात कर रहे हैं कच्चे तेल की जो घरेलू बाजार में गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। लेकिन ग्लोबल मार्केट संभलने की कोशिश में है। उधर बेस मेटल में आज उठापटक हो रही है।
सोना एमसीएक्स (दिसंबर वायदा): खरीदें - 30100 रुपये, स्टॉपलॉस - 29990 रुपये, लक्ष्य - 30300 रुपये
चांदी एमसीएक्स (दिसंबर वायदा): खरीदें - 35500 रुपये, स्टॉपलॉस - 35350 रुपये, लक्ष्य - 35900 रुपये
कच्चा तेल एमसीएक्स (दिसंबर वायदा): खरीदें - 3550 रुपये, स्टॉपलॉस - 3450 रुपये, लक्ष्य - 3650 रुपये
कॉपर एमसीएक्स (दिसंबर वायदा): खरीदें - 425 रुपये, स्टॉपलॉस - 422 रुपये, लक्ष्य - 433 रुपये
जीरा एनसीडीईएक्स (दिसंबर वायदा): बेचें - 18950 रुपये, स्टॉपलॉस - 19100 रुपये, लक्ष्य - 18600 रुपये
चना एनसीडीईएक्स (दिसंबर वायदा): बेचें - 4670 रुपये, स्टॉपलॉस - 4710 रुपये, लक्ष्य - 4600 रुपये
डॉलर के मुकाबले रुपए में आई मजबूती से कमोडिटी बाजार की चाल डगमगा गई है। रुपया 3 महीने की ऊंचाई पर है। ऐसे में घरेलू बाजार में क्रूड करीब 15 महीने का निचला स्तर छू चुका है। ग्लोबल मार्केट में भी क्रूड पिछले 13 महीने के निचले स्तर पर है। वहीं घरेलू बाजार में सोना तीन महीने के निचले स्तर पर गिर गया है। जबकि चांदी में गिरावट इससे भी ज्यादा गिरावट आई है और ये पिछले सोलह महीने का निचला स्तर छू चुकी है। वहीं बेस मेटल में भारी उठापटक हो रहा है। लेड में मजबूती है। लेकिन बाकी मेटल में भारी गिरावट आई है।